आज पाकिस्तान (Pakistan) अपना स्वतंत्रता दिवस (14 अगस्त) मना रहा है और इस उत्सव के बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर (General Asim Munir) के एक बयान ने काफी ध्यान आकर्षित किया है। जनरल मुनीर (General Asim Munir) ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमला हुआ तो पाकिस्तान (Pakistan) जोरदार तरीके से जवाब देगा। इस चेतावनी को व्यापक रूप से भारत, अफगानिस्तान और ईरान (India, Afghanistan and Iran) के लिए निर्देशित माना जा रहा है, क्योंकि पाकिस्तान (Pakistan) का इन पड़ोसी देशों के साथ विवाद चल रहा है। स्वतंत्रता दिवस परेड को संबोधित करते हुए जनरल मुनीर (General Asim Munir) ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ किसी भी साजिश का दर्दनाक जवाब दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) के लोग और सुरक्षा बल कभी पीछे नहीं हटेंगे, यह सुनिश्चित करते हुए कि कोई भी उनके देश पर बुरी नज़र न डाल सके।
अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान का तनाव
वर्तमान में, पाकिस्तान (Pakistan) तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकवादियों से परेशान है, जिन्हें तालिबान से समर्थन मिलता है। अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान (Pakistan) की हताशा तालिबान की कई बार अनुरोध करने के बावजूद पाकिस्तान (Pakistan) की सहायता करने की अनिच्छा से उपजी है। दूसरी ओर, जनरल मुनीर (General Asim Munir) ने चीन, सऊदी अरब, यूएई, कतर और तुर्की (China, Saudi Arabia, UAE, Qatar and Türkiye) जैसे देशों की प्रशंसा की। उन्होंने टीटीपी (TTP) आतंकवादियों के वहां शरण लेने के मुद्दे को उजागर करते हुए अफगानिस्तान के साथ बेहतर संबंधों की पाकिस्तान (Pakistan) की इच्छा भी व्यक्त की।
भारत पर नज़र
पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत (India) के खिलाफ भी कड़ा रुख अपनाया, खासकर कश्मीर मुद्दे को लेकर। जनरल मुनीर (General Asim Munir) ने कश्मीर और फिलिस्तीन पर चिंता व्यक्त की, संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों में उल्लिखित अधिकारों के लिए कश्मीर के लोगों के संघर्ष में उनके साथ खड़े होने की पाकिस्तान (Pakistan) की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने इजरायल की कार्रवाइयों के तहत गाजा के लोगों द्वारा सामना किए जाने वाले अत्याचारों की गहरी समझ का भी आह्वान किया और इस मामले पर सवाल उठाए। जनरल मुनीर(General Asim Munir) का यह बयान पाकिस्तान (Pakistan) के अपने पड़ोसियों के साथ चल रहे तनाव के साथ-साथ प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दों पर उसके सख्त रुख को दर्शाता है।