आजकल की खराब जीवनशैली और गलत खानपान की वजह से लोग कम उम्र में ही कई बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। एंग्जायटी, डिप्रेशन, हाई बीपी, डायबिटीज, और मोटापा जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। इसके साथ ही, खराब लाइफस्टाइल का सीधा असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है, जिससे लोग ज्यादा चिड़चिड़े और गुस्सैल हो जाते हैं।
गुस्सा आना एक सामान्य बात है, लेकिन कुछ लोगों का गुस्सा इतना बढ़ जाता है कि उनके हाथ-पैर कांपने लगते हैं। आपने भी देखा होगा कि गुस्से में कई लोगों के हाथ कांपने लगते हैं, और यह इमोशन्स और हार्मोनल बदलाव का परिणाम होता है। जब व्यक्ति तनाव या गुस्से में होता है, तो उसके शरीर में एड्रेनालिन नामक हार्मोन बढ़ जाता है, जिससे हाथ और पैर कांपने लगते हैं। यह हार्मोन शरीर के बैलेंस को बिगाड़ता है, और जैसे ही व्यक्ति का गुस्सा कम होता है, कंपन भी सामान्य हो जाता है।
इसके अलावा, गुस्से में शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ जाते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। लंबे समय तक गुस्से में रहने से हार्ट डिसीज जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
गुस्से को कंट्रोल करने के लिए योग और प्राणायाम करना बेहद फायदेमंद हो सकता है। अनुलोम विलोम और गहरी सांस लेने की तकनीक से तनाव और गुस्सा कम होता है। अगर समस्या गंभीर हो तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।