इस्लाम धर्म को मानने वाले मुसलमानों के लिए कुछ चीजें हराम यानी निषिद्ध मानी जाती हैं, जिन्हें करने की इजाजत इस्लाम नहीं देता। इस्लाम धर्म, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है और इसकी पवित्र पुस्तक कुरान में हराम और हलाल चीजों के बारे में बताया गया है। आइए जानते हैं कि इस्लाम धर्म में कौन-कौन सी चीजें हराम मानी गई हैं।
कपड़ों को लेकर नियम (हिजाब)
इस्लाम धर्म में कपड़ों को लेकर कुछ खास नियम हैं, खासकर महिलाओं के लिए। इस्लाम में महिलाओं को अपने शरीर को ढकने के लिए हिजाब पहनना जरूरी है। अगर कोई महिला हिजाब नहीं पहनती या अपने शरीर के अंगों को प्रदर्शित करती है, तो इसे हराम माना जाता है। इस्लामिक परंपराओं में महिलाओं के लिए शरीर को ढककर रखना एक अहम नियम है।
शतरंज खेलना
आज के समय में शतरंज एक मशहूर खेल है, लेकिन इस्लाम में इसे हराम माना गया है। इस खेल को लेकर हदीस के हवाले से कहा जाता है कि शतरंज मोहम्मद पैगंबर की मृत्यु के बाद शुरू हुआ था और इसे जुआ जैसा माना जाता है। हालांकि, शतरंज के कुछ जानकार इसे एक दिमागी कसरत का खेल मानते हैं और इसे जुए से अलग समझते हैं।
ब्याज लेना और देना (सूद)
इस्लाम धर्म में ब्याज का लेन-देन हराम माना गया है। ब्याज लेना या देना दोनों ही गुनाह की श्रेणी में आते हैं। इसे इतना बड़ा पाप माना गया है कि सूद का लेन-देन करना किसी और बड़े गुनाह के बराबर माना जाता है।
हराम मानी जाने वाली अन्य चीजें
शिर्क (साझेदारी): अल्लाह के साथ किसी भी तरह की साझेदारी सबसे बड़ा पाप है।
सूद (ब्याज): कुरान में सूद को हराम बताया गया है।
शराब: इस्लाम में शराब पूरी तरह हराम मानी गई है।
अवैध यौन संबंध: शादी के बाद किसी अन्य व्यक्ति से संबंध बनाना हराम है।
चोरी करना: इस्लाम में चोरी को कड़ा गुनाह माना जाता है।
जादू-टोना: इस्लाम में जादू-टोना करने को हराम बताया गया है।
टैटू बनवाना: शरीर पर टैटू बनवाना भी हराम माना जाता है।
संगीत बजाना: इस्लाम में संगीत को भी हराम माना जाता है।
जुआ खेलना: जुआ खेलना इस्लाम में हराम है।
सोने के गहने पहनना: खासकर पुरुषों के लिए सोने के गहने पहनना हराम माना गया है।
झूठ बोलना और गपशप करना: झूठ बोलना और अनावश्यक बातों में उलझना इस्लाम में हराम है।