कर्नाटक (Karnataka) में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Chief Minister Siddaramaiah) के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार (Congress government) ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) (SC/ST) के लिए निर्धारित निधियों को अपने चुनावी वादों को पूरा करने के लिए डायवर्ट करने का फैसला किया है। विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और दलित संघर्ष समिति (डीएसएस) ने इस कदम की आलोचना की है और इसे एससी/एसटी (SC/ST) समुदाय के साथ “विश्वासघात” बताया है।
कांग्रेस सरकार (Congress Government) ने अपने चुनावी वादों को पूरा करने के लिए अनुसूचित जाति उप-योजना (एससीएसपी) (SCSP) और जनजातीय उप-योजना (TSP) के तहत एससी/एसटी (SC/ST) विकास के लिए आवंटित निधियों में से लगभग 37% वापस ले ली है। इस कदम की बीजेपी और डीएसएस ने आलोचना की है, उनका आरोप है कि सरकार एससी/एसटी (SC/ST) समुदायों के कल्याण के लिए निर्धारित निधियों का दुरुपयोग कर रही है।बीजेपी (BJP) ने इस फैसले के खिलाफ अदालत जाने की धमकी दी है और इसे सरकारी निधियों का “दुरुपयोग” बताया है। डीएसएस ने घोषणा की है कि वह कांग्रेस सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेगी और इस कदम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी।यह विवाद ऐसे समय में शुरू हुआ है जब राज्य गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रहा है। सरकार (Government) ने अपने चुनावी वादों को पूरा करने के लिए एससी/एसटी फंड (SC/ST Fund) से 11,000 करोड़ रुपये पहले ही निकाल लिए हैं और अतिरिक्त राजस्व जुटाने के लिए पेट्रोल और डीजल (Petrol and Diesel) पर कर भी बढ़ा दिया है।विपक्ष ने सरकार पर चुनाव के दौरान “खोखले वादे” करने का आरोप लगाया है, जिसके कारण राज्य में गंभीर वित्तीय संकट पैदा हो गया है। एससी/एसटी फंड (SC/ST Fund) को डायवर्ट करने के सरकार (Government) के फैसले को अपने चुनावी वादों को पूरा करने के लिए धन जुटाने के एक हताश प्रयास के रूप में देखा गया है।एससी/एसटी (SC/ST) समुदाय के प्रति अपनी “भेदभावपूर्ण” नीतियों के लिए भी राज्य सरकार की आलोचना की गई है। सरकार (Government) ने ईसाई समुदाय (Christian community) के लिए 200 करोड़ रुपये और वक्फ बोर्ड के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जबकि एससी/एसटी (SC/ST) विकास के लिए आवंटन में कटौती की है।
इस विवाद ने राज्य में एक गरमागरम बहस छेड़ दी है, जिसमें कई लोग सरकार की प्राथमिकताओं और एससी/एसटी (SC/ST) समुदायों के कल्याण के प्रति उसकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठा रहे हैं। विपक्ष ने मांग की है कि सरकार एससी/एसटी फंड (SC/ST Fund) से निकाली गई धनराशि को बहाल करे और यह सुनिश्चित करे कि समुदाय को संसाधनों का उसका उचित हिस्सा मिले।”
https://arnewslive.com/prime-minister-modi-urges-putin-to-resolve-russia-ukraine-dispute-through-dialogue/: कर्नाटक सरकार ने चुनावी वादों को पूरा करने के लिए एससी/एसटी फंड का किया दुरुपयोग , विपक्ष ने लगाया आरोप