केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Chief Minister Pinarayi Vijayan) ने लोक सेवा आयोग (पीएससी) PSC द्वारा की गई नियुक्तियों में किसी भी तरह की अनियमितता से इनकार किया है। विजयन का यह बयान पीएससी नियुक्तियों में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोपों के बीच आया है। सीएम ने कहा कि सरकार को अभी तक पीएससी (PSC) नियुक्तियों में अनियमितताओं के बारे में कोई शिकायत नहीं मिली है।मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Chief Minister Pinarayi Vijayan) का यह बयान विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ( Leader VD Satheeshan) द्वारा लगाए गए आरोपों के जवाब में था। सतीशन ने आरोप लगाया था कि पीएससी नियुक्तियों (PSC appointments) में अनियमितताएं हैं और आयोग सत्तारूढ़ सीपीआई(एम) पार्टी के लिए “भर्ती एजेंसी” की तरह काम कर रहा है।सीएम ने कहा कि पीएससी (PSC) एक संवैधानिक निकाय है और यह स्वतंत्र रूप से काम करता है। उन्होंने कहा कि पीएससी (PSC) द्वारा की गई नियुक्तियों में सरकार की कोई भूमिका नहीं है। विजयन ने यह भी कहा कि नियुक्तियां योग्यता के आधार पर की जाती हैं और सरकार किसी भी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं करेगी।
मुख्यमंत्री का यह बयान पीएससी अध्यक्ष और अन्य सदस्यों पर एक डॉक्टर को नौकरी दिलाने के वादे के बदले रिश्वत लेने का आरोप लगने के एक दिन बाद आया है। आरोप कोझीकोड में माकपा नेता ने लगाए थे।विजयन ने कहा कि सरकार (Government) आरोपों की जांच करेगी और अगर कोई अनियमितता पाई जाती है तो कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि पीएससी (PSC) की नियुक्तियां पारदर्शी हैं और सरकार आयोग के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करेगी।
विपक्षी नेता वीडी सतीशन ने आरोप लगाया था कि पीएससी की नियुक्तियां राजनीतिक विचारों के आधार पर की गई थीं और आयोग सत्तारूढ़ दल के लिए “भर्ती एजेंसी” की तरह काम कर रहा था। सतीशन ने आरोपों की जांच की भी मांग की थी।मुख्यमंत्री का यह बयान पीएससी सदस्यों के लिए राहत की बात है, जो भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोपों का सामना कर रहे थे। पीएससी (PSC) एक संवैधानिक निकाय है जो केरल (Kerala) में विभिन्न सरकारी पदों पर नियुक्तियां करने के लिए जिम्मेदार है।
इसी से जुड़े एक घटनाक्रम में, एक युवा कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ता ने पीएससी नियुक्तियों में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत मंगलवार सुबह दर्ज की गई और पुलिस द्वारा इसकी जांच किए जाने की संभावना है।
पीएससी (PSC) नियुक्तियों में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोपों ने केरल में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है और विपक्षी दलों ने आरोपों की जांच की मांग की है। सत्तारूढ़ सीपीआई(एम) पार्टी ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है और कहा है कि नियुक्तियां योग्यता के आधार पर की गई थीं।