कठुआ जिले के बिलावर उप-जिले के बानी गांव के बरनूट इलाके में जेंदा नाले के पास आतंकवादियों ने सेना के एक वाहन पर हमला कर दिया, जिसमें चार जवान शहीद हो गए और कई अन्य घायल हो गए। घायल जवानों को प्राथमिक उपचार के लिए बानी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में भर्ती कराया गया और फिर आगे के इलाज के लिए बिलावर के उप-जिला अस्पताल में रेफर कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार, आतंकवादियों ने जेंदा नाले के पास घात लगाकर हमला किया और उस समय सेना के वाहन पर हमला किया जब वह इलाके से गुजर रहा था। यह हमला स्वचालित हथियारों और ग्रेनेड से किया गया, जिससे चार जवान मौके पर ही शहीद हो गए। हमले में कई अन्य जवान घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। माना जा रहा है कि यह हमला पाकिस्तानी आतंकवादियों ने किया है, जो भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कर आए थे। सेना ने हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों का पता लगाने के लिए इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। मृतक जवानों की पहचान हवलदार रगबीर सिंह, नायक मंदीप सिंह, सिपाही विक्रम सिंह और सिपाही जसप्रीत सिंह के रूप में हुई है। घायल जवानों की पहचान सिपाही रवि कुमार, सिपाही आशीष कुमार और सिपाही सनी कुमार के रूप में हुई है।
सेना के वाहन पर हुए हमले की राजनीतिक नेताओं और नागरिक समाज के सदस्यों ने निंदा की है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने मृतक जवानों के परिवारों को 10 लाख रुपये और घायल जवानों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।सेना ने मृतक जवानों के परिवारों के लिए अलग से मुआवजे की भी घोषणा की है। सेना ने यह भी आश्वासन दिया है कि घायल जवानों को सर्वोत्तम संभव चिकित्सा उपचार मिलेगा।सेना के वाहन पर हुए हमले ने क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। सेना ने आश्वासन दिया है कि वह अपने कर्मियों और नागरिक आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करेगी।
एक बयान में सेना ने कहा, “हम अपने जवानों पर हुए कायरतापूर्ण हमले की निंदा करते हैं और आश्वासन देते हैं कि हम अपने बहादुर जवानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। हम यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करेंगे कि इस हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।”सेना के वाहन पर हुए हमले ने क्षेत्र में लागू सुरक्षा उपायों की प्रभावशीलता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार ने आश्वासन दिया है कि वह सुरक्षा उपायों की समीक्षा करेगी और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी।सेना के वाहन पर हमला इस क्षेत्र में सुरक्षा बलों के सामने आने वाली चुनौतियों की एक गंभीर याद दिलाता है। हमले में अपनी जान गंवाने वाले सैनिक बहादुर थे जिन्होंने देश की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकेगा और दूसरों को उनके पदचिन्हों पर चलने के लिए प्रेरित करेगा।
👍🏻👍🏻👍🏻